Cotton Soybean Madat: ई-केवाईसी नहीं तो अनुदान नहीं, 21 लाख किसानों की अभी बाकी है ई-केवाईसी

Cotton Soybean Madat: किसान भाईयों के लिए एक महत्वपूर्ण खबर है। यदि आप कपास और सोयाबीन के लिए अनुदान का लाभ उठाना चाहते हैं, तो ई-केवाईसी करना अनिवार्य है। इस बार कृषि विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि जिन किसानों की ई-केवाईसी पूरी नहीं होगी, उन्हें अनुदान नहीं मिलेगा। आइए इस महत्वपूर्ण जानकारी को विस्तार से जानते हैं ताकि कोई भी किसान इस सुविधा से वंचित न रहे।

Cotton Soybean Madat | ई-केवाईसी अनिवार्य क्यों है?

इस वर्ष 2023 के खरीफ सीजन में कपास और सोयाबीन की खेती करने वाले किसानों को सरकार ने आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। लेकिन इस सहायता का लाभ उठाने के लिए आधार से जुड़ी ई-केवाईसी करना आवश्यक है। जो किसान यह प्रक्रिया पूरी नहीं करेंगे, वे इस अनुदान से वंचित रह सकते हैं। राज्य में कुल 96 लाख किसानों में से लगभग 68 लाख किसानों ने अपनी आधार ई-केवाईसी कर ली है। लेकिन अभी भी 21 लाख 38 हजार किसान ऐसे हैं जिनकी ई-केवाईसी बाकी है।

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Cotton Soybean Madat | कितनी मिलेगी आर्थिक सहायता?

कृषि विभाग के अनुसार, जिन किसानों के 7/12 उतारे पर कपास और सोयाबीन की खेती की प्रविष्टि है, उन्हें सरकार द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।

0.2 हेक्टेयर से कम क्षेत्र में खेती करने वाले किसानों को रु. 1000 की सहायता मिलेगी।
0.2 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में खेती करने वाले किसानों को प्रति हेक्टेयर रु. 5000 (अधिकतम 2 हेक्टेयर तक) की सहायता मिलेगी।

इस सहायता योजना में वनपट्टा धारक किसान भी शामिल हैं और जिन गांवों में भूमि अभिलेख संघनन नहीं हुआ है, वहां के किसान भी इस लाभ को प्राप्त कर सकते हैं।

Cotton Soybean Madat | कैसे करें ई-केवाईसी?

किसान भाईयों, आपकी ई-केवाईसी प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए प्रत्येक गांव में उन किसानों की सूची प्रदर्शित की गई है, जिन्होंने अभी तक ई-केवाईसी नहीं की है। आप तुरंत संबंधित कृषि सहायक से संपर्क करें। कृषि सहायक अपने लॉगिन से आपके आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर आने वाले ओटीपी के माध्यम से आपकी ई-केवाईसी पूरी कर सकते हैं।

आप स्वयं भी इसे ऑनलाइन पोर्टल https://scagridbt.mahait.org/ पर जाकर कर सकते हैं। इस पोर्टल पर निम्नलिखित तरीके से ई-केवाईसी कर सकते हैं:

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वेबसाइट के मुख्य पृष्ठ पर जाकर ‘Disbursement Status’ पर क्लिक करें।
अपना आधार नंबर डालें।
ओटीपी के माध्यम से या फिर बायोमेट्रिक पहचान से ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करें।
यदि आपको इसमें कोई कठिनाई आती है, तो आप अपने निकटतम सेवा सुविधा केंद्र (CSC) पर जाकर भी यह प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।

Cotton Soybean Madat | ई-केवाईसी के बिना नहीं मिलेगा अनुदान

सरकार ने साफ तौर पर यह कहा है कि जिन किसानों ने अपनी ई-केवाईसी नहीं की है, वे अनुदान के पात्र नहीं होंगे। सरकार सीधे आपके बैंक खाते में डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से अनुदान की राशि भेजेगी, लेकिन इसके लिए आपका आधार नंबर बैंक खाते से जुड़ा होना आवश्यक है।

कृषि विभाग ने 25 सितंबर 2024 तक करीब 2.30 लाख किसानों की ई-केवाईसी पूरी कर ली है। लेकिन अभी भी लगभग 19 लाख किसान इस महत्वपूर्ण प्रक्रिया से दूर हैं। ऐसे में सभी किसानों से अनुरोध है कि वे बिना देरी किए तुरंत ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करें।

किसान भाईयों, आपकी मेहनत और पसीने से ही देश का पेट भरता है। इसलिए सरकार भी चाहती है कि आपकी हर जरूरत को पूरा किया जाए। लेकिन इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए ई-केवाईसी एक जरूरी कदम है। तो आइए, मिलकर इस प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करें और अपने अनुदान का लाभ उठाएं।