EPFO Name Change: ईपीएफओ (Employees’ Provident Fund Organisation) एक ऐसी योजना है जिसे खासतौर पर निजी क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए बनाया गया है। जब कोई कर्मचारी किसी प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है, तो उसका कुछ हिस्सा ईपीएफ (Provident Fund) के रूप में जमा किया जाता है। कर्मचारी की सैलरी का 12% हिस्सा उसके ईपीएफ अकाउंट में जाता है, जबकि कंपनी की तरफ से भी कुछ प्रतिशत राशि जमा की जाती है, जिससे कर्मचारी की पेंशन और भविष्य के लिए सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है।
कई बार, ईपीएफओ में रजिस्ट्रेशन करते समय गलतियों के कारण कर्मचारियों के नाम, जन्मतिथि, या अन्य जानकारियों में त्रुटियां हो जाती हैं। इन्हीं त्रुटियों को ठीक करने के लिए ईपीएफओ ने आसान और सरल प्रक्रिया बनाई है। अब आप एक क्लिक में अपने ईपीएफओ अकाउंट की जानकारी में सुधार कर सकते हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आप किस तरह से नाम, जन्मतिथि या लिंग में सुधार कर सकते हैं, और इसके लिए कौन-कौन से दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी।
EPFO में नाम या जन्मतिथि में सुधार कैसे करें? | EPFO Name Change
ईपीएफओ में नाम, जन्मतिथि, लिंग, वैवाहिक स्थिति, माता-पिता का नाम आदि में सुधार करने की प्रक्रिया काफी आसान है। लेकिन यह ध्यान रखना ज़रूरी है कि आप अपने करियर में केवल एक बार ही नाम, जन्मतिथि और लिंग में बदलाव कर सकते हैं। वैवाहिक स्थिति अपडेट करने का अवसर दो बार मिलता है।
आवश्यक दस्तावेज़ | EPFO Name Change
नाम या जन्मतिथि में सुधार के लिए निम्नलिखित दस्तावेज़ों की ज़रूरत होती है:
आधार कार्ड
पासपोर्ट
जन्म प्रमाणपत्र
सरकारी पहचान पत्र
पैन कार्ड
मतदाता पहचान पत्र
बैंक पासबुक की फोटो कॉपी
राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना कार्ड
जाति प्रमाणपत्र
नाम में बदलाव | EPFO Name Change
नाम में बदलाव दो प्रकार के होते हैं – मेजर (बड़ा) और माइनर (छोटा) बदलाव।
माइनर बदलाव: अगर नाम में एक या दो अक्षरों का बदलाव हो रहा है, तो इसे माइनर माना जाता है। इसके लिए दो दस्तावेज़ जमा करने होते हैं।
मेजर बदलाव: अगर नाम में दो से अधिक अक्षरों का बदलाव हो रहा है, तो इसे मेजर कहा जाता है। इसके लिए तीन दस्तावेज़ जमा करने पड़ते हैं।
जन्मतिथि में बदलाव | EPFO Name Change
जन्मतिथि में बदलाव भी दो प्रकार के होते हैं:
माइनर बदलाव: अगर जन्मतिथि में तीन साल से कम का बदलाव हो रहा है, तो इसे माइनर बदलाव माना जाता है और इसके लिए दो दस्तावेज़ों की ज़रूरत होती है।
मेजर बदलाव: अगर जन्मतिथि में तीन साल से अधिक का अंतर हो, तो इसे मेजर बदलाव कहा जाएगा और इसके लिए तीन दस्तावेज़ जमा करने होंगे।
लिंग में बदलाव | EPFO Name Change
ईपीएफओ में लिंग में बदलाव को माइनर माना जाता है और इसके लिए दो दस्तावेज़ों की ज़रूरत होती है।
कैसे करें आवेदन? | EPFO Name Change
ईपीएफओ अकाउंट में किसी भी प्रकार का बदलाव करना बेहद आसान है। इसके लिए आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं:
ऑनलाइन प्रक्रिया | EPFO Name Change
ईपीएफओ की आधिकारिक वेबसाइट https://unifiedportal-mem.epfindia.gov.in/memberinterface/ पर जाएं।
अपनी UAN (यूनिवर्सल अकाउंट नंबर) और पासवर्ड के साथ लॉगिन करें।
‘Manage’ सेक्शन में जाकर ‘Modify Basic Details’ ऑप्शन चुनें।
नाम, जन्मतिथि या लिंग में आवश्यक बदलाव करें।
आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें और सबमिट करें।
ऑफलाइन प्रक्रिया | EPFO Name Change
अपने नजदीकी EPFO कार्यालय जाएं।
बदलाव का फॉर्म भरें और आवश्यक दस्तावेज़ संलग्न करें।
फॉर्म को ऑफिस में जमा करें और पावती प्राप्त करें।
EPFO में बदलाव के फायदे | EPFO Name Change
सही जानकारी का लाभ: जब आपका नाम और जन्मतिथि सही होगी, तो आपको भविष्य में किसी भी प्रकार की पेंशन या अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ सही समय पर मिलेगा।
भविष्य निधि की सुरक्षा: सही जानकारी होने पर आपके भविष्य निधि से संबंधित सभी लेन-देन सुरक्षित रहेंगे।
आसान प्रक्रिया: ईपीएफओ ने यह प्रक्रिया बेहद सरल और ऑनलाइन बना दी है, जिससे कर्मचारी अपने अकाउंट में आवश्यक बदलाव कर सकते हैं।
इस लेख के माध्यम से हमनें आपको EPFO अकाउंट में नाम, जन्मतिथि और लिंग में बदलाव की प्रक्रिया के बारे में बताया है। यह प्रक्रिया न केवल सरल है बल्कि आपको भविष्य में किसी भी प्रकार की असुविधा से बचाएगी।