Mukhyamantri Teerth Darshan Yojana: महाराष्ट्र सरकार ने बुजुर्ग नागरिकों के लिए ‘मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना’ (Mukhyamantri Teerth Darshan Yojana) की घोषणा की है। इस योजना के तहत, 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के नागरिकों को देश के 66 पवित्र तीर्थस्थलों की यात्रा कराई जाएगी। यात्रा में खर्च के लिए पात्र नागरिकों को 30,000 रुपये तक का अनुदान भी मिलेगा। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस योजना की घोषणा करते हुए कहा कि यह योजना उन बुजुर्गों के सपनों को पूरा करेगी जो आर्थिक समस्याओं या अन्य कारणों से तीर्थ यात्रा नहीं कर पाते थे।
सरकार का उद्देश्य | Purpose of Mukhyamantri Teerth Darshan Yojana
भारत एक विविधताओं से भरा देश है, जहां हर धर्म और पंथ के लोग रहते हैं। हमारे देश में चारधाम यात्रा, माता वैष्णो देवी यात्रा और अमरनाथ यात्रा जैसे कई धार्मिक स्थल हैं, जो जीवन में एक बार हर भक्त की यात्रा की इच्छा पूरी करते हैं। परंतु, कई बुजुर्ग आर्थिक कठिनाइयों, अकेलेपन या जानकारी के अभाव में इन तीर्थों की यात्रा नहीं कर पाते। इसी को ध्यान में रखते हुए, राज्य सरकार ने यह योजना शुरू की है, ताकि बुजुर्गों को आध्यात्मिक शांति और मन की तृप्ति मिल सके।
योजना का लाभ किन्हें मिलेगा? | Eligibility for Mukhyamantri Teerth Darshan Yojana
इस योजना का लाभ महाराष्ट्र राज्य के 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के नागरिकों को मिलेगा। यह योजना सभी धर्मों के बुजुर्गों के लिए है, ताकि वे अपने पसंदीदा तीर्थस्थलों की यात्रा कर सकें।
पात्रता:
लाभार्थी महाराष्ट्र का स्थायी निवासी होना चाहिए।
परिवार की वार्षिक आय 2.5 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए।
स्वास्थ्य प्रमाणपत्र के माध्यम से यह साबित होना चाहिए कि लाभार्थी यात्रा के लिए फिट है।
किन्हें लाभ नहीं मिलेगा? | Disqualification Criteria for Mukhyamantri Teerth Darshan Yojana
जिन परिवारों में कोई सदस्य आयकरदाता (Income Tax Payer) है।
सरकारी या अर्ध-सरकारी विभागों के स्थायी कर्मचारी या पेंशनधारी।
जिनके परिवार में कोई वर्तमान या पूर्व सांसद/विधायक है।
जिनके नाम पर चारपहिया वाहन (Car) रजिस्टर है (ट्रैक्टर को छोड़कर)।
गंभीर बीमारियों से ग्रस्त व्यक्ति, जैसे टीबी, हृदय रोग, कोरोना संक्रमण, मानसिक रोग आदि।
जो पहले से चयनित होकर भी यात्रा पर नहीं गए थे।
यात्रा के दौरान क्या-क्या मिलेगा? | Provisions under Mukhyamantri Teerth Darshan Yojana
योजना के अंतर्गत देशभर के 66 प्रमुख तीर्थस्थलों का चयन किया गया है।
प्रति व्यक्ति यात्रा पर अधिकतम 30,000 रुपये तक का खर्च दिया जाएगा, जिसमें यात्रा, भोजन और आवास की व्यवस्था शामिल होगी।
लाभार्थी केवल एक बार इस योजना का लाभ ले सकता है।
यात्रा की पूरी प्रक्रिया निःशुल्क होगी।
योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज | Documents Required for Mukhyamantri Teerth Darshan Yojana
आधार कार्ड / राशन कार्ड
महाराष्ट्र का स्थायी निवास प्रमाणपत्र या 15 साल पुराना राशन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र आदि।
वार्षिक आय का प्रमाणपत्र या पिवला/केशरी राशन कार्ड।
स्वास्थ्य प्रमाणपत्र (यात्रा से 15 दिन पहले का)।
पासपोर्ट आकार का फोटो।
नजदीकी रिश्तेदार का मोबाइल नंबर।
आवेदन प्रक्रिया | How to Apply for Mukhyamantri Teerth Darshan Yojana
ऑनलाइन आवेदन: लाभार्थी पोर्टल या मोबाइल ऐप के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।
जिन बुजुर्गों को ऑनलाइन आवेदन करना कठिन हो, वे सेतु केंद्रों पर जाकर सहायता ले सकते हैं।
आवेदन के दौरान लाभार्थी को फोटो और KYC प्रक्रिया के लिए व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होना होगा।
चयन प्रक्रिया | Selection Process for Mukhyamantri Teerth Darshan Yojana
हर जिले के लिए कोटा निर्धारित किया जाएगा और पात्र व्यक्तियों का चयन लॉटरी सिस्टम (computerized draw) से किया जाएगा।
चयनित लाभार्थियों और प्रतीक्षा सूची के नाम जिलाधिकारी कार्यालय, समाजकल्याण विभाग की वेबसाइट और सूचना बोर्डों पर प्रकाशित किए जाएंगे।
चयनित व्यक्ति यदि यात्रा पर नहीं जा पाता, तो प्रतीक्षा सूची में से अगले लाभार्थी को मौका दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना न केवल बुजुर्गों के धार्मिक सपनों को साकार करने का अवसर देती है, बल्कि उनके मन की शांति और संतुष्टि का भी ध्यान रखती है। यह योजना उन नागरिकों के लिए एक आध्यात्मिक उपहार है, जो जीवन भर के संघर्ष के बाद तीर्थ यात्रा का सपना देखते थे। सरकार की इस पहल से बुजुर्गों को न केवल धार्मिक सुख मिलेगा, बल्कि समाज में उनके प्रति सम्मान और संवेदनशीलता भी बढ़ेगी।
अब आपकी बारी है! अगर आप या आपके परिवार में कोई बुजुर्ग इस योजना के पात्र हैं, तो जल्दी आवेदन करें और इस अद्भुत पहल का लाभ उठाएं!
1 thought on “Mukhyamantri Teerth Darshan Yojana: अब बुजुर्ग कर सकते है मुफ़्त तीर्थयात्रा, सरकार का खास तोहफ़ा, जानिए किसे फायदा होगा?”